पेट की बीमारियों से निजात पाने के लिए धारण करें तीन मुखी रुद्राक्ष, जानिए इसके बेमिसाल फायदे


एकमुखी रुद्राक्ष के लाभ जानकार आप हो जायेंगे हैरान


तीन मुखी रुद्राक्ष त्रिशक्तियों का प्रतिनिधित्व करता है। तीन मुखी रुद्राक्ष, नाम से ही प्रतीत होता है कि इसमें तीन देवताओं का वास है, ब्रह्मा, विष्णु और महेश को त्रिशक्ति के रूप में पूजा जाता है, तीन मुखी रुद्राक्ष को अग्‍नि देव का स्‍वरूप कहा गया है। अग्नि तत्व जो कि पंच तत्वों में भी प्रधान तत्व माना गया हैं। तीन मुखी रुद्राक्ष अग्नि तत्व होने के कारण पेट की बीमारियों में लाभदायक हैं। जिस प्रकार अग्‍नि के संपर्क में आने से स्‍वर्ण भी शुद्ध हो जाता है, ठीक उसी प्रकार तीन मुखी रुद्राक्ष भी धारणकर्ता के शरीर को शुद्ध करता है। तीन मुखी रुद्राक्ष धारणकर्ता को सभी सुख-सुविधाओं से अवगत कराता है। तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने से जातक के विचरों में शुद्धता व् स्थिरता आती हैं। यह रुद्राक्ष मंगल और सूर्य से सम्बंधित दोषों का नाश करने के लिए सबसे बेहतरीन माना जाता हैं।



 तीन मुखी रुद्राक्ष के बेमिसाल लाभ (Teen Mukhi Rudraksha ke Labh)


1. तीन मुखी रुद्राक्ष में पाचन तंत्र को मजबूत रखने की अद्भुत शक्ति होती है। यदि आपको भूख न लगती हो या आपका पाचन तंत्र ठीक नहीं है तो आपको बिना सोचे तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए यह आपके लिए वरदान स्‍वरूप है। इस रुद्राक्ष में अग्नि तत्व होने के कारण पेट की बीमारियों में यह लाभदायक हैं।

2. तीन मुखी रुद्राक्ष व्यक्ति के जीवन के कई दोषों को शांत करने का काम करता है।

3. तीन मुखी रुद्राक्ष के प्रभाव से चेहरे पर तेज आता हैं तथा बल प्राप्त करने के लिए भी इसे धारण करना उत्तम माना गया हैं।

4. इस रुद्राक्ष के प्रभाव से चेहरे पर तेज और चमक आती है, आलस्य दूर कर जातक जोश से अपने कार्य को करने में कामयाब होता है।

5. छात्रों के लिए यह रुद्राक्ष बहुत ही लाभकारी होता है। छात्रों में ऊर्जा और साहस बढ़ने का काम यह रुद्राक्ष करता हैं।

6. इस रुद्राक्ष के प्रभाव से धन का आगमन होता है, मान सम्मान के साथ आर्थिक स्थिति में भी सुधार होता है।

7. तीन मुखी रुद्राक्ष के प्रभाव से आलस्य दूर कर जातक जोश से अपने कार्य को करने में कामयाब होता है।

8. नौकरी पेशा लोगों के लिए यह रुद्राक्ष आय के कई स्रोत उत्पन्न करने का काम करता है। जीवन में सफलता पाने के लिए और मान-सम्मान प्राप्त करने के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।

9. तीन मुखी रुद्राक्ष को धारण करनेवाले व्यक्ति के अंदर साहस, शक्ति और नेतृत्व क्षमता का निर्माण होता है। इसे धारण करने के बाद व्यक्ति का भाग्योदय होता है।

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तीन मुखी रुद्राक्ष कौन धारण कर सकता हैं? (Teen Mukhi Rudraksha Kun Dharan Kar Sakta Hai?)

जिस जातक को पेट से सम्बंधित किसी प्रकार की समस्या हैं तो वे तीन मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं। मेष और वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह रुद्राक्ष बहुत ही लाभकारी होता है। यदि कुंडली में मंगल कमजोर हो अथवा अस्त हो तो तीन मुखी रुद्राक्ष को धारण करना लाभदायक होता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार तीन मुखी रुद्राक्ष का स्वामी मंगल है। इसी कारण तीन मुखी रुद्राक्ष को धारण करनेवाले व्यक्ति के अंदर साहस, शक्ति और नेतृत्व क्षमता का निर्माण होता है। इसे धारण करने के बाद व्यक्ति का भाग्योदय होता है। शत्रु भय से मुक्त हो जाता है। मंगल का तेज उसको हर कार्य में सफल बनाने में मदद करता है।

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तीन मुखी रुद्राक्ष को अभिमंत्रित करने कि विधि।। (Teen Mukhi Rudraksha Ko Abhimantrit Karne Ki Vidhi)

एक कटोरी में गंगाजल, दूध, शहद, मिश्रण और देसी घी लेकर इसे घोल ले, फिर इसमें रुद्राक्ष को रख दे।  रुद्राक्ष इस घोल में डूबना चाहिए। इसके बाद प्रातःकाल उठ कर नहा कर अपने इष्ट देव की पूजा करके "ऊं क्‍लीं नम:।।" मंत्र का 1100 बार जप करे। जप करने के बाद इससे कटोरी से निकल कर गंगाजल से धो ले और इसे धुप या अगरबत्ती दिखा कर गले में धारण कर ले।