ऐसी जमीन पर तो भूलकर भी न बनवाएं मकान, होता है नुकसान ही नुकसान


ऐसी जमीन पर न बनवाएं मकान


अगर आप अपने सपनों का आशियाना तलाश रहे हैं और चाहते हैं कि जमीन खरीदकर अपनी पसंद के अनुसार घर बनवाएं। ऐसे में बहुत जरूरी हो जाता है कि आप वास्तुशास्त्र के अनुसार ये जान लें कि आपको कैसी जमीन पर मकान बनवाना नुकसान पहुंचा सकता है। कई बार देखा गया है कि किसी-किसी मकान में रहने वाले लोगों की तबियत आए दिन खराब रहती है या फ‍िर नौकरी-व्‍यापार में भी नुकसान होता है। ऐसे में आपके साथ ये सारी द‍िक्‍कतें न हों इसल‍िए जमीन का वास्‍तु जरूर जान लें। आइए जानते है की किस जमीन पर घर बनाये और किस पर नहीं ?


ऐसी जमीन होती है काफी लकी

वास्‍तुशास्‍त्र के अनुसार वर्गाकार भूखंड यानी क‍ि ज‍िस भूखंड के चारों कोण और लंबाई-चौड़ाई समान हो, उसे वर्गाकार भूखंड कहा जाता है। इस भूम‍ि पर बहुत सुंदर मकान बन सकता है। मान्‍यता है क‍ि ऐसी जमीन पर मकान बनवाने से दु:ख-दरिद्रता का नाश होता है क्‍योंक‍ि ऐसी जमीन पर माता महालक्ष्‍मी का वास हमेशा ही बना रहता है। व्‍यापार के दृष्टिकोण से भी यह जमीन अत्‍यंत शुभ मानी जाती है।

ऐसी जमीन हो तो म‍िलती है सुख-संपदा

वास्‍तुशास्‍त्र के अनुसार वृत्‍ताकार जमीन यानी क‍ि ज‍िसका आकार गोल होता है। ऐसी भूम‍ि पर मकान बनवाने से जातकों को धन-संपदा का लाभ होता है। मान्‍यता है क‍ि ऐसी जमीन सुख-संपदा को अपनी ओर आकर्षित करती है। इसके अलावा आय के कई रास्‍ते खोलती है। यही वजह है क‍ि ऐसी जमीन म‍िले तो ब‍िना सोचे-व‍िचारे आप झट से अपने सपनों का आश‍ियाना बनाने के ल‍िए इसे चुन सकते हैं।

इस पर न बनवाएं भूल से भी मकान

वास्‍तुशास्‍त्र के अनुसार ऐसे भूम‍ि जो चक्राकार हो। वहां पर मकान बनवाने से बचना चाह‍िए। मान्‍यता है क‍ि ऐसी भूम‍ि यानी क‍ि जो चक्र के आकार की हो वह भूम‍ि गृह स्‍वामी के ल‍िए अत्‍यंत अशुभ होती है। ऐसी जमीन पर मकान बनवाने से दर‍िद्रता बढ़ती है। घर-पर‍िवार में रहने वाले जातकों के जीवन में आए द‍िन रोग और अन्‍य परेशान‍ियां लगी ही रहती हैं। धन के सभी मार्ग अवरूद्ध हो जाते हैं। इसल‍िए कभी भी भूलकर इस स्‍थान पर मकान न बनवाएं।

इस जमीन पर भी न बनवाएं मकान

वास्‍तुशास्‍त्र के अनुसार तबलाकार भूखंड यानी क‍ि ऐसी जमीन जो क‍ि आगे से खुली और पीछे से संकरी होती है। इस तरह के भूम‍ि पर भी मकान न बनवाएं क्‍योंक‍ि ऐसी जमीन पर बनें भवन में रहने वाले जातकों की दशा द‍िखावटी तौर पर तो संपन्‍न होती है। लेक‍िन भीतर से वह खोखली होती है। ऐसी जमीन का उपयोग अशुभकारी होता है। जरूरत पड़ने पर भूखंड स्‍वामी का कर्जा तक लेना पड़ जाता है। जो क‍ि उनके ल‍िए उतारने असंभव साहो जाता है इसल‍िए ऐसी जमीन पर कभी भी मकान न बनवाएं।