पूजन एवं स्थापना विधि: यंत्र को प्राप्त करने के पश्चात, श्राद्ध पक्ष को छोड़ कर, किसी भी माह के शुक्ल पक्ष में सोम, गुरु, शुक्रवार में से किसी भी वार को, स्नानादि कर के, पंचामृत एवं गंगा जल से यंत्र को धो कर, यथाशक्ति गायत्री मंत्र का जप करते हुए, धूप, दीप आदि से सामान्य पूजन कर के, घर, व्यावसायिक स..